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प्रश्न

बेबीलोन की वेश्या/भेद — बड़ा बेबीलोन कौन या क्या है?

उत्तर


प्रकाशितवाक्य में यूहन्ना के दर्शन के एक हिस्से में "भेद — बड़ा बेबीलोन" या "बेबीलोन की वेश्या" नामक एक इकाई का एक प्रतीकात्मक वर्णन सम्मिलित है। प्रकाशितवाक्य 17:1-2 इस दर्शन का वर्णन करता इस प्रकार करता है: "और जिन सात स्वर्गदूतों के पास वे सात कटोरे थे, उन में से एक ने आ कर मुझ से यह कहा कि, 'इधर आ, मैं तुझे उस बड़ी वेश्या का दण्ड दिखाऊँ, जो बहुत-से पानी पर बैठी है।' जिस के साथ पृथ्वी के राजाओं ने व्यभिचार किया, और पृथ्वी के रहने वाले उसके व्यभिचार की मदिरा से मतवाले हो गए थे।" प्रकाशितवाक्य 17:5 उसका नाम ऐसा देता है: "उसके माथे पर यह नाम लिखा था, "भेद — बड़ा बेबीलोन पृथ्वी की वेश्याओं और घृणित वस्तुओं की माता।"

प्रकाशितवाक्य 17:3 के अनुसार, दर्शन में वेश्या सात सिरों और दस सींगों के साथ एक लाल रंग के पशु के ऊपर बैठी है और जो "निन्दा के नामों से भरा हुआ था।" इस वचन में पशु वही पशु है, जो कि प्रकाशितवाक्य 13:1 में है, इसका विवरण सटीक वैसा ही है — एक ऐसा पशु जो मसीह विरोधी का प्रतीक है, पाप का पुरूष (इन वचनों के साथ तुलना करें — 2 थिस्सलुनीकियों 2:3-4; दानिय्येल 9:27)। इस तरह, बेबीलोन की वेश्या, यह जो भी हो या जो कुछ भी हो, का अन्त-के-समय में मसीह विरोधी के साथ निकटता से सम्बद्ध है।

सच्चाई तो यह है कि बेबीलोन की वेश्या को एक बड़े "भेद" के रूप में जाना जाता है, इसका अर्थ यह है कि हम उसकी पहचान से पूरी तरह से निश्‍चित नहीं हो सकते हैं। यद्यपि, यह सन्दर्भ हमें कुछ संकेत देता है। प्रकाशितवाक्य 17:9 कहता है, "उस बुद्धि के लिये जिसमें ज्ञान है, यही अवसर है : वे सातों सिर सात पहाड़ हैं जिन पर वह स्त्री बैठी है।" कुछ टीकाकार रोमन कैथोलिक चर्च के साथ इस सन्दर्भ को जोड़ देते हैं, क्योंकि प्राचीन काल में रोम शहर को "सात पहाड़ियों पर बसे हुए शहर" के रूप में जाना जाता था। यद्यपि, वचन 10 यह बताते हुए आगे बढ़ता है कि सात पहाड़ियों सात राजाओं या साम्राज्यों का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिनमें से पाँच नष्ट हो गए हैं, एक बचा हुआ है, और एक आने वाला है। इसलिए, "बेबीलोन के वेश्या" विशेष रूप से रोम को सन्दर्भित नहीं कर सकता है। इसकी अपेक्षा, वह सात भिन्न विश्‍व साम्राज्यों से जुड़ी हुई है (जिनमें से एक भविष्य में आएगा)।

प्रकाशितवाक्य 17:15 वेश्या को "लोग, भीड़, जातियाँ और भाषाओं" से जोड़ता है। "बेबीलोन की वेश्या के पास बड़ा, विश्‍वव्यापी प्रभाव होगा। उसका शासन एक बार पूरे संसार के ऊपर होगा, क्योंकि वह "बड़ा नगर है, जो पृथ्वी के राजाओं पर राज्य करता है" (प्रकाशितवाक्य 17:18)। यद्यपि, किसी समय पर राजा जो मसीह विरोधी के अधीन राज्य करते हैं, वेश्या के प्रति घृणा में परिवर्तित हो जाएँगे और उसे नष्ट कर देंगे (प्रकाशितवाक्य 17:16)।

क्या बेबीलोन की वेश्या के भेद का समाधान हो सकता है? हाँ, कम से कम आंशिक रूप से हो सकता है। बेबीलोन की वेश्या संसार की एक बुरी पद्धति है, जो क्लेशकाल के समय मसीह विरोधी के द्वारा नियन्त्रित होती है। पृथ्वी के राजा उसके साथ "व्यभिचार" करते हैं, और पृथ्वी के वासी उसकी व्यभिचार से "मतवाले" होते हैं। प्रायः पवित्रशास्त्र में, व्यभिचार मूर्तिपूजा और आत्मिक अविश्‍वास के रूप में एक रूपक के रूप में प्रयोग किया जाता है (उदाहरण के लिए, निर्गमन 34:16; यहेजकेल 6:9)। ऐसा प्रतीत होता है कि बेबीलोन की वेश्या अभी तक के पूरे इतिहास में सभी झूठी धार्मिक पद्धतियों की पराकाष्ठा है। सच्चाई तो यह है कि वह "पवित्र लोगों का लहू पीने से मतवाली" (प्रकाशितवाक्य 17:6) सच्चे, ईश्‍वरीय धर्म के प्रति घृणा दिखाती है और उसकी भयानक मृत्यु परमेश्‍वर की घृणा को झूठे, अभक्ति से भरे हुए धर्म के प्रति दिखाता है (वचन 16-17)।

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बेबीलोन की वेश्या/भेद — बड़ा बेबीलोन कौन या क्या है?
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