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बाइबल सर्वेक्षण

बाइबल के अच्छे सार/सर्वेक्षण को प्राप्त करना अत्यन्त कठिन है। बाइबल दो नियमों, 66 पुस्तकों, 1189 अध्यायों, 31173 वचनों और 773692 शब्दों से मिलकर बनी है। बाइबल की ये विभिन्न पुस्तकें विभिन्न विषयों के ऊपर चर्चा करती हैं और विभिन्न पाठकों के लिए सम्बोधित किए गए हैं। बाइबल की पुस्तकें लगभग 40 विभिन्न लोगों के द्वरा लगभग 1500 वर्षों की अवधि में लिखी गई थी। इस कारण बाइबल के एक सार/सर्वेक्षण की प्राप्ति के ऊपर कार्य करना एक मुख्य उद्यम है।

ठीक उस समय, पवित्र आत्मा बाइबल का "प्रेरित" करने वाला लेखक था। परमेश्‍वर ने उसके वचन को "श्‍वसित" किया और उसने भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों को उसके वचन को लिखने के लिए उपयोग किया (2 तीमुथियुस 3:16-17; 2 पतरस 1:21)। इसके अतिरिक्त, वे सभों के भीतर जिन्होंने अपने विश्‍वास को यीशु मसीह में रखा है, पवित्र आत्मा का वास है (रोमियों 8:9; 1 कुरिन्थियों 12:13)। पवित्र आत्मा बाइबल को समझने में हमारी सहायता करने की इच्छा रखता है (1 कुरिन्थियों 2:10-16)।

बाइबल सार/सर्वेक्षण के इस खण्ड में हमारा उद्देश्य बाइबल की प्रत्येक पुस्तक की मूल पृष्ठभूमि को प्रदान करना है। बाइबल की प्रत्येक पुस्तक के, लेखक, लेखन तिथि, लेखन उद्देश्य, कुँजी वचन और एक संक्षिप्त सार दिया गया है। हम बड़ी ईमानदारी से यह आशा करते हैं, कि बाइबल के सार/सर्वेक्षण का यह खण्ड आपको बाइबल को उत्तम रीति से समझने में सहायता प्रदान करेगा, और आपको गहन तरीके से बाइबल का अध्ययन करने के लिए उत्साहित करेगा।

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