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प्रश्न

क्षति चिन्ह - यह क्या है? क्या यह बाइबल आधारित है?

उत्तर


स्टिग्माटा अर्थात् क्षति चिन्ह एक व्यक्ति के शरीर के ऊपर यीशु मसीह के घावों का प्रगटीकरण है। कुछ क्षति चिन्हों में मसीह की पीठ के ऊपर कोड़ों के द्वारा होने वाले घाव और/या सिर पर काँटों के मुकुट के द्वारा निर्मित हुए घावों का प्रस्तुतिकरण सम्मिलित हैं। परन्तु, परम्परागत रूप से, क्षति चिन्ह पाँच विशेष स्थानों से मिलकर निर्मित होता है: पसली (जहाँ पर यीशु को भाला मार कर पुष्टि की गई थी कि वह मर गया था) और दोनों हाथ और दोनों पैरों (क्रूस के ऊपर चढ़ते समय कीलों के द्वारा होने वाले घाव)। क्षति चिन्हों को "पाँच घावों" या "हमारे प्रभु के पवित्र घावों" के रूप में भी जाना जाता है।

कलीसिया के इतिहास में बहुत से लोगों ने यह दावा किया है कि आश्चर्यजनक रूप से उन्होंने इन क्षति चिन्हों को प्राप्त किया हुआ है। यद्यपि, इन सम्भावित घावों के प्रगटीकरण की वैधता गम्भीर चुनौतियाँ हैं। बहुत से लोग आश्चर्यजनक क्षति चिन्हों के नकली प्रयास में स्वयं-को चोट पहुँचाए हुए प्रमाणित ठहरे हैं। बाइबल कहीं पर भी किसी को क्षति चिन्हों को प्राप्त करने के लिए निर्देश नहीं देती या ऐसा नहीं कहती है कि परमेश्‍वर क्षति चिन्हों को प्रदान करता है। गलातियों 6:17 में पौलुस कहता है कि, "आगे को कोई मुझे दु:ख न दे, क्योंकि मैं यीशु के दागों को अपनी देह में लिये फिरता हूँ।" इसका अर्थ यह नहीं है कि पौलुस के पास वास्तव में क्रूस के ऊपर चढ़ने का चिन्ह थे। अपितु, यह इस बात को इंगित करता है कि पौलुस का शरीर मसीह के प्रति समर्पित रहने के कारण चिन्हों से भर गया था। यीशु ने घावों की पीड़ा का सामना किया, ताकि हमें न करना पड़े। क्रूसीकरण के घाव आश्चर्यजनक रीति से एक अविश्‍वासी के शरीर पर प्रगट होना इस तथ्य का विरोधाभासी है कि हमारे पाप के लिए हमारे द्वारा उठाया जाने वाला दु:ख अनावश्यक है: "परन्त वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया, वह हमारे ही अधर्म के कामों के कारण कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम लोग चंगे हो जाएँ" (यशायाह 53:5)।

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