settings icon
share icon
प्रश्न

क्या लूसिफर शैतान है? क्या लूसिफर का पतन शैतान का वर्णन करता है?

उत्तर


बाइबल में ऐसा कोई भी वचन नहीं है, जो यह कहता है कि, "लूसिफर शैतान है," परन्तु कई सन्दर्भों की जाँच एक साथ करने से पता चलता है कि लूसिफर शैतान के अतिरिक्त और कोई नहीं हो सकता है। यशायाह 14:12 में वर्णित लूसिफर का पतन वही है, जैसा कि यीशु ने लूका 10:18 में बताया था: "मैं शैतान को बिजली के समान स्वर्ग से गिरा हुआ देख रहा था।" इसी तरह के गिराने को यहेजकेल 28 में भी दर्शाया गया है।

यशायाह 14:12-18 में "लूसिफर" नाम के एक प्राणी को स्वर्ग से गिरने का वर्णन किया गया है, लूसीफर का अर्थ "भोर का चमकनेवाला तारा," "भोर का पुत्र," "दिन में चकमनेवाला तारा" या "चमकता हुआ तारा" इत्यादि है। इस वर्णित प्राणी का विवरण हमें दिखाता है कि यह शैतान के अतिरिक्त और कोई नहीं हो सकता है। हम लूका 10 में यीशु के द्वारा कहे हुए शब्दों से जान सकते हैं कि शैतान स्वर्ग से नीचे गिर गया था। इसलिए, जब यशायाह लूसिफर (इब्रानी भाषा में, हेलेल) को पृथ्वी पर गिरने के लिए सन्दर्भित करता है (यशायाह 14:12), तो यह शैतान के अतिरिक्त और कोई नहीं हो सकता है। उसके नीचे गिरने का कारण वचन 13 और 14 में पाया जाता है: "तू मन में कहता तो था, 'मैं स्वर्ग पर चढ़ूँगा; मैं अपने सिंहासन को ईश्‍वर के तारागण से अधिक ऊँचा करूँगा; और उत्तर दिशा की छोर पर सभा के पर्वत पर विराजूँगा, मैं मेघों से भी ऊँचे ऊँचे स्थानों के ऊपर चढ़ूँगा, मैं परमप्रधान के तुल्य हो जाऊँगा।''' ईश्‍वर बनना — सदैव से ही शैतान की इच्छा रही है — और यही वह परीक्षा है, जिसका उसने उपयोग अदन की वाटिका में हव्वा को परमेश्‍वर की आज्ञा की अवहेलना करने के लिए उपयोग की थी: "तुम परमेश्‍वर के तुल्य हो जाओगे" (उत्पत्ति 3:5)।

यहेजकेल 28 लूसिफर/शैतान को सन्दर्भित करने के एक और वचन को देता है। यद्यपि यह यहेजकेल के साथ आरम्भ होता है कि वह "सोर के राजा के विषय में विलाप का गीत बनाकर उससे कहे" (वचन 12), जो कि एक दुष्ट मूर्तिपूजक राजा है, शीघ्र ही यह स्पष्ट हो जाता है कि सन्दर्भ उस राजा के पीछे कार्य करने वाली शक्ति — शैतान का वर्णन कर रहा है। वचन 13 कहता है कि वह "तू परमेश्‍वर की अदन नामक बारी में" था। स्पष्ट है कि, सोर का राजा कभी भी अदन की वाटिका में नहीं रहा था। वचन 14 कहता है, "तू छानेवाला अभिषिक्‍त करूब था, मैं ने तुझे ऐसा ठहराया कि तू परमेश्‍वर के पवित्र पर्वत पर रहता था।" स्पष्ट है कि, लूसीफर/शैतान के पास "आग सरीखे चमकनेवाले मणियों के बीच" स्वर्ग में अभिभावक स्वर्गदूत की पदवी थी, जिसे स्वर्ग के अन्य विवरणों में चमकदार बहुमूल्य गहने के रूप में देखा गया है (निर्गमन 24:10; प्रकाशितवाक्य 21:18-21)। क्योंकि सोर का राजा कभी भी स्वर्ग में नहीं रहा था, इसलिए यह केवल लूसिफर का ही वर्णन हो सकता है। शेष सन्दर्भ स्वर्ग से नीचे गिरा दिए जाने के कारण का वर्णन करता है। अपनी सुन्दरता के कारण, उसका मन घमण्ड से भर गया और उसका ज्ञान दूषित हो गया (यहेजकेल 28:17)। उसकी पूर्णता, ज्ञान और सौन्दर्य (वचन 12) में आया हुआ घमण्ड उसके नीचे गिरने का स्रोत बन गया, और परमेश्‍वर ने उसे नीचे पृथ्वी पर फेंक दिया (वचन 17)। यह देहधारण से पहले स्वर्ग में प्रभु यीशु के द्वारा देखा गया था (लूका 10:18)।

संक्षेप में, लूसिफर को अपने अंहकार के पाप और परमेश्‍वर बन जाने की इच्छा के कारण स्वर्ग से बाहर निकाल दिया गया था। यीशु ने शैतान को स्वर्ग से बाहर निकाले जाने को सन्दर्भित किया। इसलिए, हम निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि लूसिफर और शैतान एक और एक ही हैं।

English



हिन्दी के मुख्य पृष्ठ पर वापस जाइए

क्या लूसिफर शैतान है? क्या लूसिफर का पतन शैतान का वर्णन करता है?
इस पृष्ठ को साझा करें: Facebook icon Twitter icon YouTube icon Pinterest icon Email icon
© Copyright Got Questions Ministries