settings icon
share icon
प्रश्न

परमेश्‍वर बनाम शैतान — यदि परमेश्‍वर सर्व-सामर्थी है, तो वह शैतान को क्यों नहीं खत्म कर देता?

उत्तर


शब्द परिचित अंग्रेजी में फैमीलीयर लैटिन शब्द फैमीलीयारिस से निकला है, जिसका अर्थ है "घरेलू नौकर," से है और इस विचार को व्यक्त करने की प्रवृत्ति रखता है कि जादूगरों के पास आत्माएँ उनके कर्मचारियों के रूप में उनकी आज्ञाओं को पालन करने के लिए तैयार रहती हैं। जो मृतकों को अर्थात् भूतों को साधने का कार्य करते हैं, उनके पास यहाँ तक कि आज के दिन तक भी, अक्सर किसी न किसी तरह का मार्गदर्शक आत्मा होता है, जो उनके साथ वार्तालाप करता है। ये परमेश्‍वर बनाम शैतान होती हैं।

लैव्यव्यवस्था 19:31; 20:6, 27; और व्यवस्थाविवरण 18:9-14 "ओझाओं और भूत साधने वालों" को उद्धृत करती है और उनके साथ सम्बन्ध रखने के लिए मना करती है, क्योंकि वे प्रभु परमेश्‍वर के सामने घृणित बात है। एक ओझा वह होता है, जो जीवित लोगों की ओर से मृतकों से सम्पर्क और वार्तालाप स्थापित करने के लिए एक माध्यम का कार्य करता है। वास्तविकता में, ओझाओं में वास करते हुआ दुष्टात्मा सम्पर्क स्थापित करने वाली दुष्टात्मा होती हैं, जो ओझा को यह निश्चय दिलाता है कि वे एक दूसरे से "परिचित" हैं और उन पर विश्‍वास और भरोसा किया जा सकता हैं। इस्राएल में ओझावाद और भूत साधने वालों से सम्बन्धित प्रथाओं के ऊपर रोक लगी हुई थी, और इस तरह की प्रथाओं का पालन करने का दण्ड मृत्यु था।

परमेश्‍वर बनाम शैतान और मार्गदर्शक आत्माएँ उनके स्वामी शैतान के नियन्त्रण में रहती हैं। वे परमेश्‍वर के राज्य को असफल करने के लिए लोगों को झूठ फैलाने और धोखा देने के लिए प्रभावित करती हैं। दुष्टात्माओं के कार्य के प्रति एक व्यक्ति के द्वारा जानबूझकर स्वयं को देना एक बुरी बात है: "तुझ में कोई ऐसा न हो जो अपने बेटे या बेटी को आग [में] होम करके चढ़ानेवाला, या भावी कहने वाला या शुभ-अशुभ मुहुर्तों का माननेवाला, या टोन्हा, या तान्त्रिक, या बाजीगर, या ओझों से पूछने वाला या भूत साधनेवाला, या भूतों का जगानेवाला हो। क्योंकि जितने ऐसे ऐसे काम करते हैं, वे सब यहोवा के सन्मुख घृणित हैं" (व्यवस्थाविवरण 18:10-12अ)।

कुछ ऐसे द्वार जिनके माध्यम से दुष्टात्माएँ या "परमेश्‍वर बनाम शैतान" किसी एक व्यक्ति के जीवन में प्रवेश प्राप्त कर सकती हैं, वह भावी कथन, भावातीत ध्यान, मानस दर्शन तकनीकें, प्रेत विद्या, इन्द्रजाल या जादू-टोना, नशाखोरी और मद्यपान इत्यादि हैं। ये सभी वे गतिविधियाँ हैं, जिनसे विश्‍वासियों को बचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके स्थान पर, हमें पवित्र आत्मा के साथ, उसके प्रेम के साथ, उसके आनन्द के साथ, और जीवन की पूर्णता के साथ जो यीशु मसीह की ओर से आती है, भर जाना चाहिए। हमें साथ ही स्वयं की सुरक्षा करनी चाहिए "क्योंकि हमारा यह मल्लयुद्ध लहू और मांस से नहीं परन्तु प्रधानों से और अधिकारियों से, और इस संसार के अन्धकार के हाकिमों से और उस दुष्टता की आत्मिक सेनाओं से है जो आकाश में हैं" (इफिसियों 6:12)।

English



हिन्दी के मुख्य पृष्ठ पर वापस जाइए

परमेश्‍वर बनाम शैतान — यदि परमेश्‍वर सर्व-सामर्थी है, तो वह शैतान को क्यों नहीं खत्म कर देता?
इस पृष्ठ को साझा करें: Facebook icon Twitter icon YouTube icon Pinterest icon Email icon
© Copyright Got Questions Ministries